International Space Station (ISS) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
पिछले कुछ दशकों में विज्ञान ने जो प्रगति की है वो काबिले तारीफ है। हमारे वैज्ञानिक प्रतिदिन बहुत सारी नई चीजों का आविष्कार करते है, जो आने वाले वक्त में इंसानी सभ्यता के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध और कारगर साबित होते है।
जिसके उदाहरण हम अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में देखते हैं, आज हम वैज्ञानिक खोजों से इतने घिरे हुए हैं की उनके बिना रहना बहुत मुश्किल है। विज्ञान हमें ज़िंदगी जीने का आसान तरीका बताने के साथ-साथ हमारी समझ को भी प्रभावी बनाती है। Facts about International Space Station.
आप यह भी पढ़ें:-
स्पेस साइन्स क्या है?
पिछले कुछ समय से हमने विज्ञान की मदद से हमारे अंतरिक्ष को काफी गहराई से समझने का प्रयास किया, जिसके लिए हमने कई ऐसे उपकरण बनाए जो आज से 1 सदी पहले तक बिलकुल भी संभव नहीं लगते थे। लेकिन आज कई ऐसे आविष्कार है जिन्होंने हमें काफी Advance Civilization की तरफ कदम रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इन्हीं आविष्कारों से हमने एक ऐसे उपकरण का निर्माण किया, जो हमें अन्तरिक्ष को बारीकी से समझाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। हम बात कर रहे है International Space Station की, जो विज्ञान का एक ऐसा उदाहरण है जिसने हमारी समझ और ज्ञान को बहुत अच्छी तरीके से प्रदर्शित किया है।
आइए जानते है हम की International Space Station आखिर है क्या? और यह कैसे काम करता है?
अन्तरिक्ष की गहराइयों और हमारे सौरमंडल को विस्तार से समझने के लिए वैज्ञानिकों को अन्तरिक्ष में एक ऐसी जगह की जरूरत पड़ी जहां से अन्तरिक्ष को और अधिक बारीकी से Explore किया जा सके। तभी वैज्ञानिकों ने International Space Station की Theory को प्रस्तुत किया और International Space Station की नींव रखी गई.
International Space Station की स्थापना 20 नवम्बर, 1998 में की गई. 18 देशों के एक ग्रुप ने इस Space Station की स्थापना करने में मदद की। शुरुआत में इसके पार्ट्स धरती पर बनाए गए और बाद में इन्हें 136 अलग-अलग Spacecraft के द्वारा अन्तरिक्ष में भेजा गया।
यह आज तक का सबसे महंगा अन्तरिक्ष उपकरण है, जिसे बनाने में तकरीबन 120 बिलियन डॉलर (11 लाख करोड़ रुपए) का खर्चा आया। साल 2000 में इस स्पेस स्टेशन को इन्सानों के रहने योग्य बनाया गया। इसके बाद लगातार स्पेस स्टेशन पर इन्सानों का आना-जाना लगा रहता है, एक समय में अधिकतम 6 अन्तरिक्ष यात्री ही इस पर रह सकते है।
आइए जानते है International Space Station से कुछ Facts जो बहुत ही Amazing है (Facts about International Space Station)।
- ISS का निर्माण 16 देशों ने मिलकर किया। जिनके नाम इस प्रकार है- संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, कनाडा, जापान, बेल्जियम, ब्राजील, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड और यूनाइटेड किंगडम।
- ISS अब तक बनी सबसे महंगी वस्तु है। आईएसएस को बनाने में 120 अरब डॉलर से भी अधिक धन खर्च हुआ था। इसलिए ISS इन्सानों द्वारा बनाई गई सबसे महंगी वस्तु है।
- वर्तमान में, आईएसएस चंद्रमा और शुक्र के बाद रात के आकाश में तीसरा सबसे चमकीला पिंड है। यह एक तेज़ गति वाले हवाई जहाज जैसा दिखता है।
- आईएसएस में ऑक्सीजन “इलेक्ट्रोलिसिस” नामक प्रक्रिया से आता है, जिसमें पानी के अणुओं को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस में विभाजित किया जाता है। जिसके लिए स्पेस स्टेशन के सौर पैनलों का उपयोग किया जाता है।
- आप http://spotthestation.nasa.gov पर इसकी लाइव लोकेशन देख सकते हैं।
- इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का कुल द्रव्यमान 419,725 किलोग्राम और आयतन 388 घन मीटर है। यह एक फूटबाल मैदान जितना लंबा और चौड़ा है। इसकी लंबाई 357 फीट है।
- आज तक19 देशों के 242 अन्तरिक्ष यात्रियों ने International Space Station का दौरा किया है.
- Space Station लगभग 7.65 किमी/से. की गति से घूमता हुआ हर 90 मिनट में धरती का एक चक्कर लगाता है, इस प्रकार 24 घंटों में यह पृथ्वी के 16 चक्कर लगाता है। यानि Space Station में रहने वाले अन्तरिक्ष यात्रियों के लिए हर दिन 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त होते है।
- Peggy Whitson Space Station पर सबसे ज्यादा समय बिताने वाले Astronaut है, इन्होने 2 सितंबर, 2017 को 665 दिन स्टेशन पर बिताकर एक रिकॉर्ड बनाया।
- Space Station में रहने और काम करने के लिए 6 बड़े कमरों जितनी जगह है, इसके अलावा इसमें 6 Sleeping Quarter, दो बाथरूम, एक Gym और एक चारों तरफ देखने के लिए बड़ी खिड़की है।
- माइक्रोग्रैविटी में मानव शरीर में Muscle and Bone Mass के नुकसान को कम करने के लिए अंतरिक्ष यात्री दिन में कम से कम दो घंटे काम करते हैं। जिससे उनके शरीर का संतुलन बना रहे।
- पूरे Space Station पर 8 मील लंबाई जितनी Wires, इलैक्ट्रिक पावर सिस्टम को जोड़ती है।
- छह अंतरिक्ष यान एक साथ Space Station से जुड़े सकते हैं।
- कोई भीअंतरिक्ष यान पृथ्वी से लॉन्च होने के छह घंटे बाद Space Station पर पहुंच सकता है।
- पूरे Space Station में लगभग 350,000 Sensor लगे हुए है जो Space Station और उसमें रहने वाले Astronauts को स्वस्थ और सुरक्षा प्रदान करते है।
- Space Station पर 50 से अधिक कंप्यूटर सिस्टम को Control करते हैं।
- इसमें लगे ऑन-ऑर्बिट सॉफ्टवेयर लगभग 350,000 सेंसर की निगरानी करता है, जो स्टेशन और चालक दल के स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखता है।
- ISS न केवल एक सुंदर अंतरिक्ष आवास है, बल्कि मुख्य रूप से एक अलग प्रकार की विज्ञान प्रयोगशाला है। इस पर उन प्रयोगों को करने में आसानी मिलती है जो पृथ्वी पर संभव नहीं हैं।
- ISS में रहने वाले वैज्ञानिक पूरी तरह से इसका ख्याल रखते हैं। तकनीकी खामी आने पर इनके द्वारा ही मरम्मत की जाती है।
- ISS को बनाने और संभाले रखने में 5 अंतरिक्ष एजेंसियां शामिल हैं: NASA (संयुक्त राज्य अमेरिका), रोस्कोस्मोस (रूस), JAXA (जापान), ESA (यूरोप) और CSA (कनाडा)।
आज हमने Facts about International Space Station आर्टिक्ल पढ़ा। जिसमें बहुत कुछ ज्ञान की बातें हमें सीखने को मिली। अंतरिक्ष से जुड़े ऐसे ही रोमांचक बातें पढ़ने के लिए आप हमारी वैबसाइट की अंतरिक्ष श्रेणी में जा सकते हैं। यहाँ आपको ढेर सारे ऐसे लेख मिलेंगे जो बहुत ही रोमांचकारी है। इसके अलावा ये आपके ज्ञान में भी वृद्धि करेंगे।
ISS में एक बार में कितने अंतरिक्ष यात्री रह सकते हैं?
आईएसएस में एक बार में 6 यात्री रह सकते हैं।
क्या ISS को धरती से देखा जा सकता है?
हाँ, International Space Station को धरती से देखा जा सकता है। यह रात के आसमान में दिखनी वाली तीसरी सबसे चमकीली वस्तु है। देखने पर यह हवाई जहाज की तरह मालूम पड़ेगी। आप http://spotthestation.nasa.gov पर इसके मौजूदा स्थान को देख सकते हैं।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का निर्माण कितने देशों ने मिलकर किया था?
International Space Station का निर्माण 16 देशों और 5 अंतरिक्ष एजेंसियों ने मिलकर किया था। अधिक जानकारी के लिए आप हमारे पूरे आर्टिकल को पढ़ सकते हैं।