सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया?
सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया- आज के युग में अच्छा और सुन्दर दिखना सबका शौंक है। जिसके लिए वो अनेक प्रकार के उपाय करते हैं। उनमें से कपड़ों का Fashion सबसे ज्यादा प्रचलित है। अच्छे कपड़े पहनना हर किसी की इच्छा होती है। अच्छे कपड़ें पहनने के लिए आज की पिढ़ी कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार होती है।
अच्छे कपड़े बनाना एक दर्जी का काम होता है। जिसके लिए उसे एक सिलाई मशीन की आवश्यकता होती है। बिना सिलाई मशीन के कपड़े बनाना नामुमकिन है। लेकिन क्या आपको मालूम है आज हम जो सिलाई मशीन घर में उपयोग में लाते हैं उस सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था?
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सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है?
सिलाई मशीन तीन प्रकार की होती है- यांत्रिक सिलाई मशीन, इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन, कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन।
यांत्रिक सिलाई मशीनें
सिलाई मशीनों निर्माण के संदर्भ में ये मशीनें कम खर्चीली और सबसे सरल हैं। इनके नाम हाथ से चलने वाली सिलाई मशीन और पैरों से चलने वाली सिलाई मशीन।
1. हाथ से चलने वाली सिलाई मशीन
यह घरेलू सिलाई मशीन का सबसे सरल रूप है जो हाथ से संचालित होती है। इस मशीन में चक्के से एक हैंडल जुड़ा होता है, जिसे हाथ से घूमाकर मशीन को चलाया जाता है। यह सिलाई मशीन आम तौर पर घरेलू कार्यों में ज्यादा उपयोग की जाती है।
इस मशीन से आप ज्यादा तेजी से काम नहीं कर सकते। यह मशीन उस जगह सबसे ज्यादा उपयुक्त है जहाँ बिजली की आपूर्ति नहीं होती है।
2. ट्रेडल सिलाई मशीन
यह मशीन हाथ से चलने वाली सिलाई मशीन जैसी ही है। लेकिन यह पैरों द्वारा संचालित होता है। इसमें एक स्टैंड लगा होता है। जिसके ऊपर मशीन को रखा जाता है। इसमें एक बेल्ट मशीन से लेकर पैरों के पास बने पैडल तक जुड़ी होती है।
ये मशीनें हाथ से चलने वाली सिलाई मशीन से तेज चलती हैं। यह मशीन भी उन जगहों के लिए उपयुक्त है जहां बिजली की आपूर्ति नहीं है। ट्रेडल सिलाई मशीन को चलाते समय दोनों हाथ स्वतंत्र रहते हैं। इसलिए मशीन को चलाने वाला कपड़े को आसानी से संभाल सकता है। इसलिए यह सिलाई के काम की गति को तेज करती है।
इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन
1970 के दशक के दौरान ये मशीनें काफी लोकप्रिय हुई। एक यांत्रिक सिलाई मशीन की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन में अधिक सुविधाएँ और विशेषताएँ थी। ये सिलाई मशीन हाथ से चलने वाली मशीन से तेज चलती है।
इलेक्ट्रॉनिक मशीनों में बेल्ट द्वारा चलने के लिए बैलेंस व्हील आता है। जो एक बिजली की मोटर से जुड़ा हुआ होता है। एक मोटर इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन से जुड़ी होती है और यह मोटर सुई को बिजली की आपूर्ति करती है।
इलेक्ट्रॉनिक फुट पेडल पर दबाव डालकर इस मशीन की गति को नियंत्रित किया जा सकता है। इसको सिलाई मशीन को संभालने के लिए गहरे अभ्यास की आवश्यकता होती है।
कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीनें
ये सिलाई मशीनें उपयोग करने के लिए बहुत तेज और विशिष्ट होती हैं। ये मशीन इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन के समान ही होती है। हालांकि, एक कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन अलग-अलग प्रकार के सॉफ्टवेयर की मदद से काम करती है।
कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीनें बहुत अच्छे और बारीकी से काम करती है। यह पूरी तरह से मशीन चलने वाले के नियंत्रण में होती है। लेकिन कई बार सॉफ्टवेर में दिक्कत आने के बाद इसमें परेशानी आ सकती है।
एक कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन आस्तीन, जेब आदि डिजाइनिंग का कार्य आसानी से करती है। ये उन्नत कम्प्यूटरीकृत मशीनों में एक एलईडी डिस्प्ले या एलसीडी डिस्प्ले है। ये मल्टी फंक्शन मशीन हैं जो बहुत महंगे हैं।
अवलोकन (सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया)
दुनिया में सबसे पहले हाथ से सिलाई करने का प्रचलन शुरू हुआ था। तकरीबन 20,000 वर्ष पहले इन्सानों ने यह तकनीक विकसित की थी। लेकिन उस समय सूईयाँ जानवरों की हड्डियों और धागा उनकी नस से बना होता था।
लेकिन 14वीं शताब्दी के आसपास लोहे की सूइयों का आविष्कार किया गया। इसके बाद धीरे-धीरे विज्ञान अपनी तरक्की करने लगा। जिसके परिणामस्वरूप स्टील की सूइयाँ अस्तित्व में आई। इस तरह सूई के आविष्कार ने सिलाई मशीन के आविष्कार की नींव रखी।
सिलाई मशीन का इतिहास
सिलाई मशीन का इतिहास हाथ से सिलाई की कलात्मकता के बिना मौजूद नहीं होता। लगभग 20,000 साल पहले लोगों ने हाथ से सिलाई करना शुरू किया था, जहां सुइयां हड्डियों या जानवरों के सींग से बनाई जाती थीं और धागे को जानवरों की नस से बनाया जाता था।
हमारी आविष्कारशील प्रवृत्ति सिलाई तकनीकों में सुधार करने और इसे कम श्रमसाध्य (जिसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़े) बनाने के लिए हमेशा तत्पर रहती थी। 18वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति का समय था, जहां कारखानों में हाथ से सिलाई को कम करने की कवायद शुरू हो गई थी।
एक जर्मन व्यक्ति, Charles Weisenthal ने 1755 में एक ब्रिटिश पेटेंट जारी किया। जिसमें उन्होने एक मशीन के लिए सूई डिज़ाइन की थी। लेकिन दुर्भाग्य से, किसी भी यांत्रिक मशीन में Weisenthal के पेटेंट का उपयोग नहीं किया गया। लेकिन यह दर्शाता है कि किस तरह उस समय सिलाई मशीन का आविष्कार अस्तित्व में आ चुका था।
1790 में सिलाई मशीन का इतिहास और इसका आविष्कार करने का सही प्रारूप यहीं से शुरू होता है। एक अंग्रेज़ थॉमस सेंट ने इस तरह की पहली सिलाई मशीन डिजाइन की। पुराने अखबारों में चमड़े और कैनवास के लिए उपयोग की जाने वाली हैंड क्रैंक वाली मशीन का वर्णन किया गया है।
कोई नहीं जानता कि सेंट ने प्रोटोटाइप बनाया था या नहीं, लेकिन 1874 में विलियम न्यूटन विल्सन ने पेटेंट चित्र बनाया। लेकिन उन्होने सेंट की मशीन को विस्तृत रूप से समझा और वो इस निष्कर्ष पर पहुंचे की यह काम कर सकती है। इससे यह साबित हुआ कि यह काम करती है।
सिलाई मशीन के आविष्कार का श्रेय
सिलाई मशीन के आविष्कार का श्रेय मुख्यतः 5 व्यक्तियों का दिया जाता है। जिनके नाम “जोसेफ मदर्सपर्गर, इलायस होवे, वाल्टर हंट, बर्थेलेमी थिमोनियर और एलन बी. विल्सन” है।
इन पांचों ने अलग-अलग तरीके से मशीनों को डिजाइन किया था। धीरे-धीरे जब इनसे लोगों का संपर्क बढ़ता गया तो इन पांचों मशीनों के संयोजन से नई-नई मशीनों का निर्माण होता गया। जिसके हम आज मौजूदा समय में अनके रूप देखते है।
सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया?
जोसेफ मदर्सपर्गर- इनका जन्म 1768 ई. में हुआ था और इन्होनें सिलाई मशीन का निर्माण 1807 ई. में किया लेकिन दुनिया के सामने इन्होनें इसे 1814 ई. में प्रदर्शित किया। इनके इस अद्भुत आविष्कार के लिए 1841 में सिल्वर मेडल से नवाजा गया था।
बीच के समय में इन्होनें अपनी मशीन को बेहतर करने के लिए अनेक प्रयोग किये थे जिनमें से वो कुछ में सफल हुए और कुछ में असफल। इन्हीं प्रयोगों के दौरान 1839 में इन्होनें बुनाई करने वाली मशीन की भी खोज भी खोज की थी।
इलायस होवे- आज के आधुनिक समय में इलायस होवे को सिलाई मशीन की खोज का सबसे बड़ा श्रेय दिया जाता है। इलायस होवे का जन्म 9 जुलाई, 1819 को अमेरिका के मैसाचुसेट्स में हुआ था। इन्होनें पूर्व में बनी मशीनों में सुधार करके एक नई Automatic मशीन का निर्माण किया।
जिसके लिए उन्हें 1846 में ‘‘यूनाईटेड स्टेट पेन्टेट’’ से सम्मानित किया गया। सुई के नीचे का छेद, लाॅक सिलाई करने के लिए कपड़े के नीचे एक शटल का संचालन और Automatic फीड का होना इनके मशीन की खाशियत थी।
वाल्टर हंट- ये एक अमेरिकी मैकेनिक थे जिनका जन्म 29 जुलाई, 1796 ई. को न्यूयाॅर्क के माॅन्टिसबर्ग में हुआ। अपने काम के कारण वह एक आविष्कारक के रूप में विख्यात हो गए। इन्होनें लाॅकस्टिच सिलाई मशीन, सेफ्टी पिन, एक फ्लेक्स स्पिनर, चाकू शाॅर्पनर, स्ट्रीट स्वीपिंग मशीनरी आदि अनेक वस्तुओं का आविष्कार किया।
जब इन्होनें इनका निर्माण किया था तब उन्हें इनकी महत्वता का अहसास नहीं हुआ लेकिन आज मुख्यतः इनका बहुत उपयोग किया जाता है। इनकी एक सबसे अच्छी बात यह थी कि इन्होनें हाथ से सिलाई का काम बंद होने के डर से सिलाई मशीन को पेन्टेट या प्रदर्शित नहीं किया था। लेकिन इलायस होवे ने इनकी मशीन का पुनः निर्माण किया।
बर्थेलेमी थिमोनियर का जन्म 19 अगस्त 1793 ई. को फ्रांस में हुआ था। इन्होने 1829 ई. में सिलाई मशीन का आविष्कार किया। इन्होनें 1830 में सिलाई मशीन को पेन्टेट आवेदन प्रस्तुत किया जो कुछ समय बाद 7 जुलाई 1830 में दो व्यक्तियों के नाम पर जारी हुआ।
इस पेन्टेट को फ्रांसिसी सरकार सपोर्ट कर रही थी। इसी वर्ष इन्होनें दुनिया में पहली बार मशीनों से कपड़े बनाने वाली कंपनी खोली। लेकिन यह सिर्फ सेना की वर्दी बनाने का कार्य करती थी। बाद में कुछ लोगों ने रोजगार छिन्न जाने के डर से इस कंपनी में आग लगा दी। फिलहाल इस मशीन का एक माॅडल “लंदन साइंस म्यूजियम” में मौजूद है।
एलन बी. विल्सन का जन्म 18 अक्टूबर 1823 ई. को हुआ न्यूयाॅर्क में हुआ। जब यह 16 वर्ष के थे तो इनको लुहारों के कार्य करने का तरीका बहुत पसंद आया था, जिसमें धीरे-धीरे इन्होनें महारत हासिल कर ली। 1847 ई. में इन्होनें एक सिलाई मशीन की कल्पना की जिसके बारे में इन्होनें कभी नहीं सुना था।
हालांकि इसी देश में इस समय तक इलायस होवे ने मशीन का आविष्कार कर लिया था। 1851 ई. में विल्सन ने राॅटरी हुक कि सहायता से सिलाई मशीन के एक ढांचा तैयार किया। इस मशीन में घुमावदार सुई का इस्तेमाल किया गया।
आज के लेख में हमने सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया के बारे में पढ़ा। अगर आपको हमारे लेख में कोई कमी दिखाई देती है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। आपका हर सुझाव हमारे लिए कीमती है। अगर आप किसी अन्य प्रकार की जानकारी चाहते है तो हमें अपना सुझाव दे सकते है। (सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया)
सिलाई मशीन का आविष्कार किसने किया था?
सिलाई मशीन के आविष्कार का श्रेय मुख्यतः 5 व्यक्तियों का दिया जाता है। जिनके नाम “जोसेफ मदर्सपर्गर, इलायस होवे, वाल्टर हंट, बर्थेलेमी थिमोनियर और एलन बी. विल्सन” है।
सिलाई मशीन के आविष्कार से पहले लोग किस तरह सिलाई करते थे?
सिलाई मशीन से पहले लोग हाथ से सिलाई करते थे। इसके लिए वो सुई जानवरों की हड्डियों और सींगों से बनाते थे।
सिलाई मशीन कितने प्रकार की होती है?
सिलाई मशीन तीन प्रकार की होती है। हाथ से चलने वाली सिलाई मशीन, इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन, कम्प्यूटरीकृत सिलाई मशीन।