भारत का मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM) मंगल ग्रह की परिक्रमा करते हुए आठ साल बिताने के बाद आखिरकार अपने अंत में पहुंच गया है।
Indian Space Research Organisation (ISRO) द्वारा संचालित सभी ग्राउंड स्टेशनों का अंतरिक्ष यान से संपर्क टूट गया है।
लेकिन एक सूत्र ने बताया कि "सैटेलाइट बैटरी" खत्म हो गई है, जिस कारण मंगलयान के साथ लिंक खो गया है।
यह solar array wing मंगल पर 800 वाट बिजली उत्पन्न कर लिथियम-आयन बैटरी चार्ज कर सकती है।
लेकिन अंतरिक्ष यान ने हाल ही में काफी ग्रहणों का सामना किया है, जिसने बैटरी को रिचार्ज नहीं होने दिया।
चूंकि उपग्रह बैटरी को केवल एक घंटे और 40 मिनट की ग्रहण अवधि को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया था।